वक़्त तू बदले ना बदले, पर मैं बदलने वाला नहीं | Waqt tu badle na badle



वक़्त तू बदले ना बदले, पर मैं बदलने वाला नहीं 
अपने अडिग इरादों से मैं भटकने वाला नहीं ।


तू  कष्ट दे या कर ले सितम , 
रास्ते में मेरे भले ही डाल दे तू कितने ही गम,
रुक के चलूँगा , थम के चलूँगा ,
पर मैं राह बदलने वाला नहीं ।
वक़्त तू बदले ना बदले, पर मैं बदलने वाला नहीं  


बुरा तू रहा है , मैं भला हूँ सदा से,
मेरी खुशिया ले गया तू , अपनी मुस्कुराती अदा से 
टूट भी जाऊं मैं फिर भी,बिखरने वाला नहीं 


वक़्त तू बदले ना बदले, पर मैं बदलने वाला नहीं  
अपने अडिग इरादों से मैं भटकने वाला नहीं । 

अटक गया हूँ , लटक गया हूँ , मंजिल से अपनी भटक गया हूँ । Atak gaya hoo latak gaya hoo

अटक गया हूँ , लटक गया हूँ ,
मंजिल से अपनी भटक गया हूँ ।
कुछ अपनों के धक्को से मैं,
गलत जगह पर पटक गया हूँ ।

कुछ चाहत थी मेरी भी अपनी ,
कुछ सपने थे मैंने भी देखे,
पर सच्चाई की कड़वाहट में,
सबकुछ ही मैं गटक गया हूँ । 
 
अटक गया हूँ , लटक गया हूँ ,
मंजिल से अपनी भटक गया हूँ ।

-जिद्दी राजन