अब सीखा है !!

इंतज़ार करवाना आदत पुरानी है तुम्हारी, 
उसके बाद भी न आना तुमने अब सीखा है , 
जलाया तो पहले भी करती थी गैरो से बतिया कर हमे ,
बस,  जले पर नमक लगाना अब सीखा है !!

छोटी बातो पे रूठा करते थे हम पहले भी , 
पर खुद को खुद ही मनाना हमने अब सीखा है , 
याद तो पहले भी करता था दिल तुमको ,
पर इसको खुद ही चुप कराना हमने अब सीखा है ||

झूठ को सच बताती थी पहले भी तुम मुझसे  ,
बस मेरी झूठी कसमे खाना , तुमने अब सीखा है ,
पीया तो पहले भी किया करते थे हम गम में तेरे   , 
बस , नशे में आंसू बहाना हमने अब सीखा है |

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